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अलसी के बीज खाने से हो सकतें हैं ये नुकसान

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  अलसी के बीज जिसे इंग्लिश में Flex Seed भी कहा जाता हैं  अलसी के बीज को खाने से कई फायदें होते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं जितना यह हमारे शरीर के लिए  फायदेंमंद हैं उतना ही नुकसानदायक भी हैं जी हां अलसी के बीज को भारी मात्रा में खाने से हमारे शरीर को कई तरह की परेशानी झेलनी पड़ती है। ।  ज्यादा अलसी के बीज खाने से बचे नहीं तो शराीर को होगा ये नुकसान  १- हो सकता हैं आंतो में ब्लॉकेज  अलसी को भारी मात्रा में खाने से ब्लॉकेज की सामस्या हो सकती है।  विशेषज्ञों की माने तो जिन्हें पहले से ब्लॉकेज की दिक्कत हो उन्हें असली के बीज नहीं खाने चाहिए नहीं तो यह उन्हें काफी नुकसान पहुचां सकती हैं २- एलर्जी की शिकायत अलसी के बीज को ज्यादा खाने से कई लोगो को शरीर में एलर्जी की शिकायत हो सकती हैं साथ ही सांस लेने में भी दिक्कत और इसके साथ साथ घबराहट,पेट दर्द और उलटी की शिकायत हो सकती हैं  ३-प्रेग्नेंट महिला अलसी के बीज से रहें दूर  प्रेग्नेंट महिला को असली के बीज नहीं खाने चाहिए,असली के बीज एस्ट्रोडन की तरह काम करते है।  जिससे उनके पीरियड में बदलाव हो...

सड़कों पर जीवन बिताता बचपन।

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 भारत में 4+लाख भिखारियों में से एक तिहाई बच्चे हैं। कैसी है इनकी जिंदगी..? कैसा है इनका जीवन..? भारत की सड़कों पर भटकते भिखारी, उनमें से करीब एक तिहाई की उम्र 18 वर्ष से कम है। देश के कई हिस्सों में बच्चे गरीबी से बचने की कोशिश में भीख मांगने लग जाते हैं। कुछ अकेले घर से भाग कर आते हैं और कुछ परिवार के साथ सड़कों पर भीख मांगते हैं। भारत में कई गरीबी रेखा में आने वाले परिवारों को लगता है की भीख ही उनका एक मात्र सहारा है, जिसके कारण उनका जीवन यापन हो सकता है, इसीलिए उनके पास अपने बच्चों को भीख मंगवाने के अलावा और कोई उपाय नहीं मिलता। पूरे देश भर मैं ज्यादातर बाल भिखारी व्यस्त चौराहों, बाजारों, धार्मिक स्थलों और रेलवे स्टेशनों जैसी जगहों पर होते है, व्यस्त जगहों पर भीख मांगना ओर ज्यादा पैसे मिलने की संभावना बड़ जाती है। पुलिस, सामाजिक कार्यकर्ताओं और सरकारी संगठनों का कहना है की देश भर में हजारों बच्चों को अगवा किया जाता है और उनको भीख मांगने में मजबूर किया जाता है, बाल अधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है की भीख मंगवाने के लिए इनको भूखा रखा जाता है तांकी वो कमजोर दिख सकें ओर उनको सहानुभूत...

केदारनाथ में कुत्ते को ले जाना कितना सही कितना गलत..?

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केदारनाथ में कुत्ते को ले जाना कितना सही कितना गलत..? आज हमारे देश में धर्म को लेकर कई तरह की बाते की जाती है।हालांकि धर्म का प्रचार करना कोई गलत बात नहीं लेकिन धर्म के नाम पर लोगों को परेशान करना भी हमारे धर्म के अन्दर नहीं आता। हाल ही में अपने कुत्ते को लेकर केदारनाथ पहुंचे नोएडा के एक ब्लॉगर को भी धर्म के नाम पर काफी खरी खोटी सुननी पड़ी। जहां मंदिर समीति की ओर से पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई और वहीं मंदिर समिति का कहना है कि ब्लॉगर की इन हरकतों से हमारी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। क्या पालतू पशुओं को नहीं है मंदिर में जाने का हक..? जहां एक तरफ केदारनाथ मंदिर में कुत्ते को ले जाने पर बवाल मचा हुआ हैं वही दुसरी तरफ देश के कई लोग ब्लॉगर का खुलके सर्मथन भी कर रहे हैं। जैसे की आप सभी को पता है की हिंदू धर्म में वानर को बजरंग बली का रुप माना गया है ठीक वैसे ही कुत्ते को भी भैरव बाबा की सवारी का स्वरूप माना जाता है। तो भला अगर भैरव बाबा की सवारी यानी कुत्ता उनके मंदिर आ भी गया तो इसमे गलत क्या है.?  दुनिया में क्या सिर्फ इंसानों को ही ईश्वर के दर्शन करने का हक है..? वैसे देखा जा...